दिल्ली के संसद भवन, सिग्नेचर ब्रिज व कोलकाता हावड़ा ब्रिज की तर्ज पर उत्तराखंड के पहली डोबरा चांठी पुल पर जलने लगी है फ़साड लाइट,देखने के लिए उमड़ने लगे है पर्यटक,

0
2092

उत्तराखंड के टिहरी जिले में 42 वर्ग किलोमीटर तक फैली टिहरी झील के उपर प्रतापनगर को जोड़ने वाले डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज पर फ़साड लाइट अब दिल्ली में संसद भवन, सिग्नेचर ब्रिज और कोलकाता में हावड़ा ब्रिज पर लगी फ़साड की तर्ज पर जगमांगने लगी है,उत्तराखंड में पहली बार यह लाइट डोबरा चांठी पुल पर लगाई गई है,

इस पुल को पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनाने लगा है इस पर 6 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक फसाड लाइटिंग सिस्टम लगाया गया है

फ़साड लाइटिंग सिस्टम में 20 तरह की थीम अपलोड की गई है, जिससे होली, दीवाली, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस आदि महत्वपूर्ण मौकों पर पुल उसी तरह की रोशनी में जगमग रहेगा।

डोबरा-चांठी पुल पर फ़साड लाइट लगाने वाले आनंद ने बताया कि फसाड लाइट विशेष प्रकार लाइट होती है। वह जिस स्थान पर लगती है, उसी पर फोकस रहती है। यानी यह रोशनी इधर-उधर नहीं बिखरती। दिल्ली में संसद भवन और सिग्नेचर ब्रिज और कोलकाता में हावड़ा ब्रिज पर यह लाइट लगी हैं। उत्तराखंड में पहली बार किसी पुल पर यह लाइट लगाई जा रही हैं।

साथ ही आनंद ने बताया कि इससे पहले हमने इस तरह की लाइट वाराणसी हैदराबाद सुप्रीम कोर्ट ,रेलवे स्टेशन,कोलकोता हावड़ा पर लगाई है और अब उत्तराखंड में पहली बार डोबरा चांठी पुल पर लगा रहे है,जिसकी फ़साड लाइट की टेस्टिंग भी सफल हुई है,

ओर जब पुल का उदघाटन हो जायेगा उसके बाद इस पुल पर शाम को 7 बजे से रात 9 बजे तक फ़साड लाइट रंग बिरंग होती रहेगी और 9 बजे के बाद यह पर एक रंग की लाइट जलेगी,जिससे रात को चलने वाहनों को लाइट से दिक्कत न हो,

सबसे आश्चर्य कि उदघाटन के बाद इस पुल पर लगी फ़साड लाइट का ऑपरेट दिल्ली से किया जाएगा,जो अपनेआप में नई टेक्नोलॉजी होगी,

इसकी शुरुआत 2018 में हुई और सबसे पहले दिल्ली व अन्य राज्यों में लगाई गई,

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here