मतदाता सूची से लेकर फर्जी मतदान तक पांच चरणों में गिनाई गई चुनावी धांधलियां
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर भारतीय लोकतंत्र की निष्पक्षता पर उंगली उठाई है। इस बार उनका निशाना महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव रहा, जिसे उन्होंने ‘मैच फिक्सिंग’ की तरह बताया। राहुल ने सोशल मीडिया पर एक विस्तृत पोस्ट साझा करते हुए दावा किया कि चुनाव के दौरान पांच योजनाबद्ध तरीकों से प्रक्रिया को प्रभावित किया गया।
अपने लेख में उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे— चुनाव आयोग की नियुक्तियों में गड़बड़ी, फर्जी नामों की एंट्री, कृत्रिम रूप से मतदान प्रतिशत बढ़ाना, लक्षित फर्जी मतदान और अंत में सबूतों को छुपाने जैसे हथकंडे अपनाए गए।
राहुल गांधी ने सवाल किया कि अगर चुनाव इस तरह ‘प्रबंधित’ किए जाएंगे, तो लोकतंत्र पर आमजन का भरोसा कैसे बचेगा? उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे खुद तथ्यों को जांचें और जवाब मांगें।
अमेरिका में भी उठाया था चुनाव आयोग पर सवाल
राहुल गांधी पहले भी चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा चुके हैं। अप्रैल 2024 में बोस्टन (अमेरिका) में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र नहीं रहा और मतदान आंकड़ों में भारी गड़बड़ी दिखी थी। उन्होंने कहा कि अंतिम दो घंटे में 65 लाख वोट गिरना संभव नहीं था।
महायुति को भारी जीत, विपक्ष की कमजोर पकड़
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा, शिंदे गुट और अजित पवार की एनसीपी वाली महायुति ने मिलकर 230 सीटों पर कब्जा किया, जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी केवल 46 सीटें जीत पाई। राहुल गांधी का आरोप है कि यह जीत सामान्य जनादेश नहीं, बल्कि योजनाबद्ध हस्तक्षेप का नतीजा थी।
भविष्य की चेतावनी
राहुल गांधी ने कहा कि अगर यह ट्रेंड नहीं रुका, तो अगली बार यही मॉडल बिहार, बंगाल या अन्य राज्यों में दोहराया जाएगा। उन्होंने इसे लोकतंत्र की सेहत के लिए खतरनाक बताया।