प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट ऋषिकेश–कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के अंतर्गत अंतिम सुरंग का ब्रेकथ्रू सफल हुआ,

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भारत की सबसे महत्वाकांक्षी रेल परियोजनाओं में से एक ऋषिकेश–कर्णप्रयाग ब्रॉड गेज रेल लाइन परियोजना के पैकेज-2 की अंतिम सुरंग ब्रेकथ्रू 6 जून 2025 को उत्तराखंड राज्य में एल एंड टी कंपनी के द्वारा सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई।

26.6 किलोमीटर लंबी यह सुरंग पैकेज, जिसका निष्पादन लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड (एलएंडटी) द्वारा रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) के तत्वावधान में किया जा रहा है , हिमालय के दूरगामी क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पैकेज-2 में दो महत्वपूर्ण सुरंगें शामिल हैं जो कठिन पर्वतीय भूभाग शिवपुरी से गुल्लर होकर व्यासी में निकलती है , जिनमें जटिल भूगर्भीय परतें, अत्यधिक ओवरबर्डन और भूकंपीय गतिविधि वाले क्षेत्र शामिल हैं।

यह अंतिम ब्रेकथ्रू इस पैकेज की सुरंग खुदाई के अंतिम चरण की पूर्णता को दर्शाता है, जिसे महीनों की सटीक इंजीनियरिंग, भूगर्भीय मानचित्रण और अत्यंत प्रशिक्षित टीमों द्वारा चौबीसों घंटे किए गए कार्यों के बाद प्राप्त किया गया है। यह न केवल एलएंडटी की अभियांत्रिक उत्कृष्टता का प्रतीक है, बल्कि इस रेल कॉरिडोर के रणनीतिक महत्व को भी रेखांकित करता है, जो क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने और लाखों यात्रियों का यात्रा समय कम करने में सहायक सिद्ध होगा।

इस अवसर पर, L&T, RVNL और Yuksel-ICT के वरिष्ठ परियोजना अधिकारियों ने संपूर्ण परियोजना टीम के प्रयासों, संकल्प और तकनीकी दक्षता की सराहना की।

रेल विकास निगम के वरिष्ठ प्रबंधन ने कहा की “भारत के सबसे भूगर्भीय रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में से कुछ में यह ब्रेकथ्रू प्राप्त करना हमारे योजनाकारों, अभियंताओं और स्थल पर कार्यरत कर्मियों की सामूहिक क्षमता को दर्शाता है।”

इस उपलब्धि को कई चुनौतियों को पार करते हुए हासिल किया गया, जिनमें कठिन चट्टानी संरचनाएं, भूमिगत जल का रिसाव, और अत्यधिक प्रतिकूल मौसम की स्थितियाँ शामिल थीं। उन्नत सुरंग निर्माण तकनीक जैसे न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) का उपयोग, रीयल-टाइम मॉनिटरिंग और नवीनतम सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ किया गया, जिससे समय पर प्रगति और श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकी।

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