देहरादून के दोहरे हत्याकांड का खुलासा,कुछ दिन पहले मालकिन व नोकर की हुई थी हत्या

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देहरादून के थाना प्रेम नगर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले चौकी धौलास गांव में स्थित आलीशान बंगलों में 29 सितंबर की सुबह वह हाईप्रोफाइल दोहरे हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने आखिरकार लंबी माथापच्ची के बाद कर ही दिया है। इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने में और कोई नहीं बल्कि इस वारदात का शिकार मृतक राजू उर्फ श्याम थापा का नेपाली दोस्त आदित्य पुत्र सुरेंद्र निवासी हावड़ा वाला थाना गढ़ी कैंट निकला बताया जा रहा है।  दोस्त ने राजू की 25हजार वेतन वाली नौकरी पाने की चाहत में पहले राजू का बेरहमी से कत्ल किया और उसके बाद घटनास्थल पर एकाएक पहुंची उन्नति शर्मा को भी राजदार मांनते हुए मौत के घाट उतारा…

दोहरा हत्याकांड आरोपी का नाम आदित्य पुत्र सुरेंद्र उम्र 19 साल निवासी हावड़ा थाना गढ़ी कैंट

पुलिस ने इस सनसनीखेज डबल मर्डर  मिस्ट्री से पर्दा उठा दिया हो, लेकिन कुछ सवाल इस हत्याकांड में ऐसे निकल कर आ रहे हैं जिन्हें आसानी से समझना मुश्किल हो रहा है पहला सवाल यह है कि जब मृतक राजू के साथी ने एक एक कर दो लोगों को निर्मम हत्या कर घटना को अंजाम दिया उस वक्त बंगलों के अंदर सुभाष शर्मा को दोनों ही मृतकों की चीखने चिल्लाने की आवाज क्यों नहीं आई. जबकि हत्याकांड बंगले के बाहर लगभग 20 से 30 मीटर की दूरी पर हुआ है।

दूसरा सवाल यह है कि जब इस हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने 2 दिन पहले ही मृतक राजू के मोबाइल कॉल डिटेल सर्विस लांस के जरिए हिरासत में ले लिया और उसके द्वारा जुर्म भी कबूल कर लिया गया तो पुलिस पिछले 2 दिनों से सुभाष शर्मा और अन्य लोगों से किस तरह की पूछताछ कर रही थी।

दोहरा हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि इस हत्याकांड का मुख्य मकसद मृतक का दोस्त आदित्य है जिसके द्वारा मृतक राजू की नौकरी पाने की चाहत में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया. जांच पड़ताल में पता चला कि घटना करने के उपरांत आरोपी ने किसी बीमारी के कारण अपने आप को अस्पताल में भर्ती करा लिया। यही कारण था कि सबूत एकत्र होने के बावजूद आरोपी आदित्य को गिरफ्तार नहीं किया गया जब वह अस्पताल से डिस्चार्ज हुआ तभी उसको गिरफ्तार किया गया। इधर  पुलिस ने इस हत्याकांड के संबंध में मृतक नौकर राजू के फोन कॉल से की गई थी कॉल को जो आरोपी आरोपी आदित्य बातचीत की थी उसको सर्विस लांच किया। और हत्या की घटना को अंजाम देने आरोपी की पूछताछ पर हत्याकांड में इस्तेमाल लोहे की रॉड बैग जैसे सबूत को को एकत्र किया।

पुलिस खुलासे के मुताबिक दोहरे हत्याकांड का आरोपी आदित्य 29 सितंबर की सुबह 4:00 बजे के आसपास घटनास्थल के बंगले मैं पहुंचा. उसके बाद लगभग 6:00 बजे सबसे पहले उसने मृतक राजू के सर पर लोहे की रॉड से प्रहार कर उसे मौत के घाट उतारा। इसी बीच जब  बंगले की मालिक उन्नति शर्मा मौके पर पहुंची तो आरोपी ने उसे हत्या का राजदार मानते हुए उन्हें भी गला दबाने और लोहे की रॉड सर पर जबरदस्त हमला कर हत्याकांड कांड को अंजाम दिया।

 

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