टिहरी की बेटी सृष्टि लखेड़ा की फिल्म ‘एक था गांव’ को सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार के लिए चुना गया

0
123

69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में टिहरी-ऋषिकेश की बेटी सृष्टि लखेड़ा की निर्देशित फिल्म ‘एक था गांव’ को सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म के पुरस्कार के लिए चुना गया है। हम सब उत्तराखंड वासियों के लिए ये गौरव की बात है। सृष्टि लखेड़ा की यह फिल्म गढ़वाली व हिंदी भाषा में बनी है। मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के सेमला गांव कीर्तिनगर निवासी सृष्टि लखेड़ा के पिता डा. केएन लखेड़ा की ऋषिकेश के जानेमाने बाल रोग विशेषज्ञ हैं। 35 वर्षीय सृष्टि लाखेड़ा की प्राथमिक शिक्षा ऋषिकेश के ओंकारानंद स्कूल से हुई है। सृष्टि ने मिरांडा हाउस नई दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक तथा एवरग्रीन यूनिवर्सिटी ओलंपिया वॉशिंगटन स्टेट से मास्टर की डिग्री हासिल की। एक वर्ष पूर्व उनका विवाह अमिथ सुरेंद्रन से हुआ है। अमिथ सुरेंद्रन प्रसिद्ध सिनेमैटोग्राफर हैं, जो कई चर्चित वेब सीरीज के लिए कम कर चुके हैं। सृष्टि लखेड़ा की मां कुमुद लाखेड़ा ग्रहणी हैं, सृष्टि के बड़े भाई सिद्धार्थ लाखेड़ा दिल्ली में अपना व्यवसाय करते हैं। 69वें नेशनल अवार्ड की जूरी ने गुरुवार सायं पुरस्कारों का ऐलान किया। इस वर्ष सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’ को दिया गया है। जबकि सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म का पुरस्कार सृष्टि लखेड़ा की निर्देशित ‘एक था गांव’ को दिया गया है। ‘द कश्मीर फाइल्स’ को राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जबकि ‘आरआरआर’ को संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार मिला है। बेस्ट एक्ट्रेस के लिए एक नहीं बल्कि दो-दो अदाकारा आलिया भट्ट और कृति सेनन ने अवार्ड जीता। वहीं ‘पुष्पा’ स्टार अल्लू अर्जुन बेस्ट एक्टर बने हैं। 69वें नेशनल अवॉर्ड में आर माधवन की ‘रॉकेट्री’, संजय लीला भंसाली की ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’, विक्की कौशल की ‘सरदार उधम’ और एसएस राजामौली की ‘आरआरआर’ ने ढेर सारे अवार्ड झटके।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here