उप निरीक्षकों ने किया अनिवार्य सेवानिवृत्ति का विरोध,मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

0
285

टिहरी जिले में उप निरीक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने पर पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ की टिहरी शाखा के बैनर तले जिला कार्यालय में एकत्रित होकर राजस्व उपनिरीक्षक ने नारेबाजी कर प्रदर्शन करके अपर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।

आक्रोशित उप निरीक्षको का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा मोहनलाल श्यामबेदी, भरत लाल राजस्व उप निरीक्षक को अनिवार्य सेवानिवृत्ति किया गया है, जिसमें वार्षिक प्रविष्टियों को आधार माना गया है। जबकि वार्षिक गोपनीय प्रविष्टियां मनमाने, भेदभाव पूर्ण ढंग से अधिकारियों द्वारा दी जाती रही हैं। सम्वर्गीय कर्मचारियों के पास दो-दो, तीन-दिन क्षेत्रों का अतिरिक्त कार्यभार होने के कारण कार्य क्षमता का प्रभावित होना स्वाभाविक है। राजस्व उप निरीक्षकों का कहना है की पूरे राज्य में मात्र टिहरी जनपद में ही इस प्रकार की कार्यवाही की गई है, जिससे राजस्व निरीक्षक की कार्य क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगा है। जिससे संगठन में आक्रोश व्याप्त है, साथ ही चार कर्मचारियों सोहन लाल आर्य, कर्म सिंह, राजस्व उपनिरीक्षक महेश लाल एवं महावीर सजवाण राजस्व सेवक को भी जबरन मनमाने ढंग से अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है। जिससे संगठन के सभी सदस्यों में भारी आक्रोश है।
साथ ही संगठन के सम वर्गीय कर्मचारी कामेश्वर प्रसाद भट्ट जोकि 10 वर्ष पूर्व राजस्व सेवक के पद से राजस्व उप निरीक्षक पद पर पदोन्नति पाकर राजस्व उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत थे को मामूली जांच में पुनः वापस राजस्व सेवक बना दिया है।जबकि उच्चाधिकारियों ने जांच में पाया कि सरकार को किसी भी प्रकार की वित्तीय हानि नहीं हुई है, भाट्ट के विरुद्ध पूर्व में भी निलंबन की कार्यवाही की गई है।

पर्वतीय राजस्व उपनिरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ के द्वारा शासन प्रशासन को चेतावनी दी गई है कि अगर इन कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्यवाही तत्काल वापस नहीं ली गई तो 1 फरवरी से आंदोलन किया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here