बुजुर्ग के नाक में एक महीने से बैठी थी जोंक,डॉ की सलाह धारे का पानी छान कर पीयें,

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जोंक का नाम सुनते ही कई लोगों के पसीने छूट जाते हैं. यदि किसी इंसान की नाक में जोंक चला जाए तो उसकी क्या हालत हो जाएगी. कुछ ऐसी ही तस्वीर श्रीनगर गढ़वाल से सामने आई है. जो टिहरी जिले के हिंडोलाखाल के रहने वाले एक बुजुर्ग की नाक में 5 इंच का जोंक घुस गया. जब वह डॉक्टर को नाक को दिखाने पहुंचा तो डॉक्टर भी हैरान रह गया. जोंक बुजुर्ग की नाक में घुसकर काफी बड़ा और लम्बा हो गया था

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डॉक्टर हुआ हैरान  पिछले एक माह से नाक में दर्द और नाक से खून निकलने की समस्या से परेशान 56 साल का एक बुर्जग सयुक्त अस्पताल में अपनी जांच करवाने पहुचा जब अस्पताल में मौजूद ईएनटी सर्जन डॉक्टर ने मरीज की दूरबीन के जरिये जांच की तो डॉक्टर भी हैरत में पड़ गए जांच के दौरान पता चला कि मरीज की नाक में 5 इंच की जोंक मौजूद है जिसके कारण बुर्जग की नाक में दर्द और खून निकलने की शिकायत मरीज को हो रही थी।लंबी जद्दोजहद के बाद दूरबीन के जरिये मरीज की नाक से 5 इंच की जोंक को सुरक्षित निकाल लिया गया और कुछ ही समय बाद मरीज को घर भेज दिया गया।

मरीज के नाक में घुसी जोंक-टिहरी हिन्डोलाखाल ब्लॉक निवासी रामलाल को पिछले एक माह से नाक में दर्द और खून निकलने की दिक्कत आ रही है जिस सम्बद्ध में मरीज आस पास के सभी अस्पतालों में जांच करा कर परेशान हो चला था लेकिन दवा खाने के बाद भी मरीज की हालत में सुधार नही हो रहा था मरीज दर्द से परेशान होकर सयुक्त अस्पताल श्रीनगर पहुचा. मरीज के डॉक्टर को दिखाने के बाद जांच में पता लगा कि मरीज की नाक में जोंक है जो पानी पीने के दौरान उसके मुह से दाखिल होते हुए नाक में दाखिल हो गयी जब मरीज के नाक में ये जोंक घुसी तो उसकी लंबाई कुछ सेंटीमीटर की थी मरीज का नाक का खून चूसने के दौरान उसकी लंबाई 5 सेंटीमीटर हो गयी।

डॉक्टर ने मरीज के बारे में बताया सयुक्त अस्पताल के ईएनटी सर्जन डॉक्टर दिगपाल दत्त द्वारा बताया गया किया पहाड़ी प्रदेश होने के कारण गांव में रहने वाले लोग स्रोत्र का पानी पीते है रामलाल द्वारा भी कभी ऐसा किया गया होगा पानी पीने के दौरान ये जोक मुह के रास्ते नाक में जा बैठी नाक का खून पीने से इसकी लंबाई बढ़ती गयी और उन्हें दर्द और खून निकलने की शिकायत हुई।उन्होंने बताया कि अगर समय से इसे ना निकाला जाता तो सास की नली में जोंक बड़ी होती तो मरीज की इन परिस्थितियों में मौत भी हो सकती थी।

डॉक्टर ने सभी को सलाह दी है कि वह जंगलों के  पानी के स्रोत या धारे का पानी  को छानकर पीएं या देखकर पीयें, अमूमन पानी पीते समय जोक के छोटे-छोटे बच्चे शरीर मे जा सकते है,इन लिए सावधानी जरूर बरते,

 

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