भिलंगना हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट लिमिटेड घुत्तू के द्वारा मानकों को ताक पर रखकर नदी के प्रवाह को किया गया बंद,

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टिहरी जिले में घनसाली के भिलंगना नदी पर बने 24 मेगावाट के भिलंगना हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट लिमिटेड घुत्तू के द्वारा मानकों को ताक पर रखकर नदी के प्रवाह को किया गया बंद, पूर्व विधायक भीमलाल आर्य ने उठाई कार्रवाई की मांग

टिहरी जिले के घनसाली विधानसभा के अंतर्गत भिलंगना नदी पर बने 24 मेगावाट की भिलंगना हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट लिमिटेड घुत्तू के द्वारा एनजीटी के मानकों को ताकत कर नदी के पानी का प्रवाह को बंद किया गया है,जबकि भारत सरकार नदियों के संरक्षण के किये हजारों करोड़ो रूपये खर्च कर रही है

लेकिन घनसाली के भिलंगना नदी पर बने भिलंगना हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट लिमिटेड घुत्तू की दादागिरी देखने को मिली है और जहां से नदी का हिस्सा है उस हिस्से से भिलंगना हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में बिजली उत्पादन करने के लिए नदी के हिस्से से टनल द्वारा टरबाइन तक पानी भेजा जा रहा है

परन्तु जहां से टनल द्वारा टरबाइन के लिए पानी जा रहा है वह पर पहाड़ो से आ रही भिलंगना नदी के पानी के प्रवाह को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है,जबकि पावर प्रोजेक्ट बनाते समय साफ-साफ डीपीआर में लिखा है की पावर प्रोजेक्ट बनाते समय नदी के प्रवाह को पूरी तरह से बंद नहीं करेंगे और 10% पानी का प्रवाह निरंतर नदी में बहता रहना चाहिए, परंतु जहां से नदी का प्रवाह पूरी तरह से रोका गया है वह से लेकर 2 किलोमीटर भिलंगना पावर प्रोजेक्ट के पवार हाउस तक नदी पूरी सुख गई,जिसमे नदी के पानी का कोई प्रवाह नही है,इस 2 किलोमीटर तक नदी में रहने वाले जीव जंतु समाप्त होने की कगार पर आ गये,

वही घनसाली विधानसभा के पूर्व विधायक भीमलाल आर्य ने कहा कि भिलंगना नदी पर बने भिलंगना पावर प्रोजेक्ट घुत्तू में संचालित हो रहा है और इससे पूरा घुत्तू प्रभावित है साथ ही यह बहुत ही बढ़ा गंभीर विषय है जो नदी के प्रवाह को बन्द किया है इसके लिए देश दुनिया के सभी पर्यावरण विद् से अनुरोध करता हूं कि वह इस मामले का संज्ञान ले,और डीपीआर में मेंशन होता है लेकिन डीपीआर का पालन नही हो रहा है और यह प्रोजेक्ट 10 से 12 सालों से जीव जन्तुओ को आने का काम कर रही है,जो पानी के प्रवाह को रोक रहे है वह भारत सरकार के मानक के खिलाफ है और मानक के अनुसार जो पानी नदी में रहना चाहिए था वह बिल्कुल नही है,यानी जीरो प्रतिशत पानी भी नदी में नही है ओर चेतावनी देते हुए कहा कि जल्दी ही नदी के प्रवाह को सही से नही किया गया तो इसके खिलाफ सरकार से लेकर न्यायालय तक जाएंगे,

जब इस मामले में हमारे भिलंगना पावर प्रोजेक्ट के कर्मचारी से बात हुई तो उसने भी मन की आज अचानक नदी का प्रवाह तरह से बंद हुआ है और इसके पीछे क्या कारण रहे उसके कारण को जानने के लिए कोशिश की जा रही है,

वही टिहरी जिले के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि इस प्रकरण में जांच करवाई जाएगी औऱ जांच सत्य पाई जाएगी तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी,

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