भागीरथी स्पोर्ट्स व कल्चर फेस्टिवल के दूसरे दिन गायक मंगलेश डंगवाल के गानों पर दर्शको ने सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का लुफ्त उठाया,

0
419

उत्तराखंड वन महकमें के द्वारा उत्तराखंड में पहली बार तीन दिवसीय भागीरथी स्पोर्ट्स व कल्चर फेस्टिवल का दूसरा दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम में गायक मंगलेश डंगवाल के गानों पर रात भर वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ-साथ महिला कर्मचारी भी खूब नाचे गए, और इस और सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का लुफ्त उठाया, वहीं गायक मंगलेश डंगवाल ने कहा कि वन विभाग के द्वारा उत्तराखंड में यह पहली बार इस तरह का कार्यक्रम किया है जो तारीफे काबिल है और इस तरह के कार्यक्रमों से सभी कर्मचारी और जनता फिट और स्वस्थ रहती है और वन विभाग ने भागीरथी स्पोर्टस व कल्चर फेस्टिवल के साथ संस्कृति कार्यक्रम को जोड़ा है जो सराहनीय कार्य किया गया है और मैं वन विभाग परिवार को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं जिन्होंने संस्कृति बचाने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया साथ ही मैं जनता को संदेश देना चाहता हूं कि कि जिस तरह से वन विभाग ने स्वस्थ्य और फिट रहने और संस्कृति को बचाने के लिए इस तरह का कार्यक्रम किया है इस तरह के कार्यक्रमों को सभी विभागों को करना चाहिए, और नए कलाकारों से मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है कि निवेदन है कि जब तक मेरे शरीर में प्राण है मैं यही कहता रहूंगा कि आप पूजन ना करें वचन ना करें टूटे चावल का प्रयोग ना करें,

भागीरथी व्रत के वन संरक्षक धर्म सिंह मीणा ने कहा कि भागीरथी स्पोर्टस व कल्चर फेस्टिवल का आज दूसरा दिन है और दूसरे दिन इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक मंगलेश डंगवाल के द्वारा गाये जां रहे गानों पर सभी अधिकारी और कर्मचारी नाचते झूमते हुए आनंद ले रहे हैं और गायक मंगलेश डंगवाल अपने गानों के माध्यम से जल जंगल जमीन और वन्य जीवों को बचाने के लिए प्रस्तुति दे रहे हैं और लोगों को गानों के माध्यम से जागरूक करने के लिए गीतों के माध्यम से संदेश देने का काम कर रहे हैं और धर्म सिंह मीणा ने कहा कि गायक मंगलेश डंगवाल से मिलकर प्रसन्नता हुई की और उनके बारे में जानकारी ली तो पता चला कि वह भी वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड थे जब वह फॉरेस्ट गार्ड थे उस समय उन्होंने बहुत सारे गीत गए और बनाए जो प्रसिद्ध हो रखे हैं और आज इनसे मिलकर बहुत अच्छा लगा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here